वाराणसी: मोक्ष नगरी में अंतिम क्रिया का भी व्यापार, कंधा देने के लिए चल रहा मोल-भाव, लग रही बोली https://ift.tt/eA8V8J
April 26, 2021 at 09:45AM वाराणसी यह वही शहर है जहां मुंशी प्रेमचंद्र की रचना मंत्र का पात्र भगत जैसे लोग होते थे, जो अपना दुख छोड़कर दूसरों के दुख को दूर करने का प्रयास करते थे। लेकिन महामारी ने स्थितियां ऐसी बना दी हैं कि अब तो अपने भी दुख में साथ नहीं खड़े हो पा रहे हैं। from Latest And Breaking Hindi News Headlines, News In Hindi | अमर उजाला हिंदी न्यूज़ | - Amar Ujala https://ift.tt/3u3GmpT https://ift.tt/eA8V8J
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