Skip to main content

हौसले की उड़ान! आंखों की 98% रोशनी खोने के बाद भी नेशनल लेवल पर जीता मेडल

https://ift.tt/kJTIVGC Yashu Success Story: यशु ने करीब दो साल पहले तैराकी की शुरुआत की थी. यशु के पिता सुरेन्द्र स्वामी एक किराना की दुकान चलाते है. उसी से उनका घर चलता है. यशु के घर में उसके माता-पिता, एक भाई और एक बहन भी है. यशु ने बताया कि पापा रोजाना 10 किलोमीटर दूर तैराकी की प्रैक्टिस के सुबह 5 बजे ले जाते हैं और करीब ढाई से तीन घंटे प्रैक्टिस करने के बाद वापस आते हैं. यशु स्टेल और नेशनल लेवल पर भी मेडल जीत चुकी है.

from अन्य खेल News in Hindi, अन्य खेल Latest News, अन्य खेल News https://ift.tt/lshRuBH
via IFTTT

Comments